जब डीजीपी फंसे जाम में तब आया पुलिस को होश !

- पैसिफिक मॉल प्रबंधक और सहायक प्रबंधक पर मुकदमा
- राजपुर रोड पर दोनों तरफ पैदल फुट पथ पर हो गया अतिक्रमण
- जाखन से मसूरी डायवर्जन तक आये दिन जाम से जूझ रहा आम नागरिक
देहरादून : राजपुर रोड स्थित पैसिफिक मॉल ,राजपुर, मसूरी और पहाड़ की तरफ जाने वाले वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। मॉल के सामने आये दिन लगने वाले जाम में जब आम आदमी फंसता है तो पुलिस से लेकर जिला प्रशासन और राज्य के आला अधिकारी को परवाह नहीं होती लेकिन बीते दिन क्रिसमस पर सूबे के पुलिस महानिदेशक को जाम से दो चार होना पड़ा तो पुलिस की नींद टूटी। जबकि इसी दिन जब भारतीय सेना के उप सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल शरत चंद का काफिला भी इसी मॉल के सामने फंसा तो स्थानीय पुलिस के कानों में जूं तक नहीं रेंगी।
उल्लेखनीय है कि जाखन से लेकर मसूरी डायवर्जन तक उत्तराखंड सरकार के लोकनिर्माण विभाग और नगर निगम ने सड़क के दोनों तरफ पैदल चलने के लिए करोड़ों की लागत से मुख्य सड़क के समानांतर फुटपाथ का निर्माण इस उद्देश्य से किया था कि राजपुर रोड पर शाम व सुबह सैर करने वालों को यातायात से होने वाले व्यवधान से बचते हुए सड़क के किनारे सैर करने में कोई परेशानी न हो और वे बिना किसी व्यवधान के जाखन से मसूरी डाइवर्जन तक सैर कर सकें । लेकिन वर्तमान में हालत यह हो गयी है कि जाखन से लेकर मसूरी डायवर्जन तक सड़क के किनारे दोनों तरफ या तो वाहनों की कतार इस पैदल फुटपाथ में पार्किंग की जा रही है या फिर कुछ लोगों ने इस फुटपाथ को ही कंटीले तारों से इस तरह कब्जा कर दिया है कि पैदल सैर करने वाले किसी भी सूरत में इस फुटपाथ पर चल नहीं सकते।
सुबह और शाम कई बार इस मार्ग से गुजरने वाले अधिकारियों को जब जाम से दो चार होना पड़ा तभी मामला उत्तराखंड पुलिस के अधिकारियों और यातायात पुलिस के संज्ञान में आया. प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते दिन जब पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी की गाड़ी यहाँ रोज़ मर्रा लगने वाले जाम में फंस गयी तो आनन -फानन में राजपुर पुलिस ने मजबूरी में प्रबंधक और सहायक प्रबंधक के खिलाफ राजपुर रोड की ट्रैफिक व्यवस्था में खलल डालने के आरोप में मॉल के दोनों अधिकारियों के खिलाफ इसे लेकर राजपुर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। कथित रूप से दरोगा ज्योति प्रसाद उनियाल ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
जाखन चौकी प्रभारी उमेश कुमार ने बताया कि क्रिसमस के दौरान मॉल में बड़ी संख्या में भीड़ पहुंची। इससे रविवार शाम मॉल के सामने ब्लाइंड स्कूल तक लंबा जाम लग गया। जबकि मॉल संचालक ने अंदर वाहनों का पार्किंग प्रवेश रोक दिया। इस वजह से वाहन चालक मॉल के गेट के सामने अपने वाहन रोकने लगे। इस दौरान ही डीजीपी को उक्त मार्ग से गुजरना था। वीआईपी मूवमेंट होने के चलते चौकी प्रभारी ने मॉल प्रबंधक निखिल भाटिया और रोहित मिश्रा से मॉल के अंदर की पार्किंग खोलने और बाहर पर्याप्त गार्ड तैनात कर ट्रैफिक को तजी से चलाने को कहा। आरोप है कि इस दौरान मॉल के दोनों अधिकारी ट्रैफिक व्यवस्था में सहयोग करने के बजाए चौकी प्रभारी पर रौब दिखाने लगे। दोनों पक्षों के बीच बोलचाल हुई तो दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था में बाधा डालने और ड्यूटीकर्मी से अभद्रता करने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।