नई दिल्ली : देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तौर पर बुधवार को बिपिन रावत ने कार्यभार संभाल लिया। साउथ ब्लॉक पर उन्हें तीनों सेनाओं के जवानों ने सलामी दी। पदभार संभालने के बाद बिपिन रावत ने मीडिया से बात करते हुए बुधवार को कहा कि सशस्त्र बल अपने आप को राजनीति से दूर रखते हैं और सरकार के निर्देशों के अनुरूप काम करते हैं। उनकी यह टिप्पणी उन आरोपों के बीच आई है कि सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण किया जा रहा है। उन्होंने नियुक्ति पर उठ रहे सवालों का खुलकर जवाब दिया।
जनरल रावत ने कहा कि वह सीडीएस के तौर पर तीनों सेवाओं के प्रति निष्पक्ष रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे सिर पर हल्का महसूस हो रहा है क्योंकि मैंने वो गोरखा टोपी उतार दी जिसे मैं 41 वर्षों से पहन रहा था, मैं ‘पीक कैप’ पहन रहा हूं जो यह बताने के लिए है कि हम अब निष्पक्ष हैं। सभी तीनों सेवाओं के प्रति निष्पक्ष रहेंगे।
इस दौरान भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के पद के निर्माण के बारे में बताया और यह भी विवरण दिया कि सशस्त्र सैनिकों को इससे कैसे मदद मिलेगी। इससे पहले उन्होंने नैशनल वॉर मेमोरियल पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और उन्हें तीनों सेनाओं द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान नए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे, एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बुधवार को बिपिन रावत ने कहा कि CDS का काम तीनों सेनाओं को एकजुट बनाना, हम इसी ओर आगे बढ़ेंगे। अब आगे की कार्रवाई टीम वर्क की जरिए होगी, CDS सिर्फ सहयोग करेगा। 1+1+1 के जोड़ को 3 नहीं, 5 या 7 बनाएंगे। जो भी संसाधन हैं, उसपर काम करते हुए आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा पूरा फोकस तीनों सेनाओं को एक साथ करना होगा। इससे अलग जो काम हमें मिलेगा, हम उसपर आगे बढ़ेंगे। अगर सरकार ने तीन साल का कार्यकाल दिया है, तो कुछ सोच समझकर ही दिया होगा। बिपिन रावत से जब पूछा गया कि विपक्ष कहता है कि सेना को राजनीति से दूर रहना चाहिए, इसपर उन्होंने जवाब दिया कि हम राजनीति से दूर ही रहते हैं।
नौशेरा में जो दो जवान शहीद हुए हैं, उनपर किसी तरह की टिप्पणी करने से बिपिन रावत ने इनकार किया और कहा कि अभी वह इसपर कोई जवाब नहीं दे सकते हैं।
पीओके को लेकर पर जब बिपिन रावत से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि इस तरह के प्लान पब्लिक में नहीं बताए जाते हैं। साइबर फोर्स को लेकर लगातार काम जारी है, अब आए हैं तो और भी तेजी से काम किया जाएगा।
CDS पूरी तरह से न्यूट्रल होकर काम करेगा, किसी एक सेना की ओर उसका झुकाव नहीं होगा। हम तीनों सेनाओं में समन्वय बैठाने के लिए किसी वेस्टर्न कल्चर नहीं बल्कि हम अपना नया कल्चर बनाएंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से सैन्य विभाग का ऐलान किया गया था, जिसकी अगुवाई चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) ही करेंगे। इस विभाग के अंतर्गत तीनों सेना का काम होगा, CDS का मुख्य कार्य तीनों सेनाओं के बीच तालमेल स्थापित करना ही होगा।