UTTARAKHAND

वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने मृत हाथी एवं हाथी दांत की तस्करी मामले में हुए सख्त

वनमंत्री ने वन अधिकारियों को ससपेंड करते हुए कुछ को कार्यालय अटैच करने के दिए  निर्देश

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून : मृत हाथी एवं हाथी दांत की तस्करी के मामले में वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कड़े निर्देश देते हुए अधिकारियों जमकर फटकार लगाते हुए अधिकारियों को सस्पेंड करते हुए कुछ को कार्यालय अटैच करने के निर्देश दिए हैं।  
गौरतलब हो बीते दिन उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (Uttarakhand Special Task Force), Wildlife Crime Control Bureau और वनप्रभाग रुद्रपुर की संयुक्त टीम ने काशीपुर रोड से एक करोड़ रुपये के हाथी दांत के साथ चार Wildlife smugglers को गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी मुखबिर की सूचना पर हुई थी, इस संयुक्त टीम ने काशीपुर रोड में बने फ्लाईओवर के नीचे से सभी तस्कर श्रवण कुमार, ऋषि कुमार, सुरजीत और शमशेर को हाथी दांत के साथ गिरफ्तार किया था। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से हाथी दांत मिला जिसका वजन आठ किलोग्राम बताया गया है, और जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। टास्क फाॅर्स के अनुसार सभी तस्कर गदरपुर के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर में वन्य जीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में टीम को बताया गया कि वह हाथी दांत पढ़किया पीपल पड़ाव केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर के जंगल से लाये हैं। यह हाथी दांत करीब 2 महीने पुराना बताया जा रहा है।
मामले की जानकारी मिलने पर प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए वन क्षेत्र में गश्त तेज़ करने और वन्य जीव तस्करों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, वहीं उन्होंने हाथी दांत मामले में फारेस्ट गॉर्ड नवल किशोर को निलंबित करने तथा फोरेस्टर दुर्गादत्त मेलकानी को एसडीओ किच्छा कार्यालय से सम्बद्ध करने जबकि इलाके के रेंजर भोपाल सिंह कैरा को एसडीओ हल्द्वानी कार्यालय से सम्बद्ध करने के आदेश दिए हैं। 

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