RUDRAPRAYAG

शौर्य दिवस : शहीदों ने छुड़ाए थे दुश्मनों के छक्के

जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेन्ट्री रेजीमेंट के प्रांगण में आयोजित मुख्य समारोह में कारगिल शहीदों को दी श्रद्धांजलि 

शौर्य दिवस पर समारोह का आयोजन 

शहीदों की याद में किया वृक्षों का रोपण

रुद्रप्रयाग । जनपद में शौर्य दिवस बडे़ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेन्ट्री रेजीमेंट के प्रांगण में आयोजित मुख्य समारोह में कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि एवं श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। वहीं स्कूली छात्राओं ने देश भक्ति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कारगिल शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया तथा शहीदों की याद में उनके परिजनों एवं अधिकारियों ने फलदार वृक्षों का भी रोपण किया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी शहीदों को नमन एवं श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध भारतीय सेना ने दुश्मनों के विरूद्ध ऐतिहासिक जीत हासिल की। उन्होने कहा सैनिकों द्वारा चलाये गये विजय ऑप्रेशन अभियान के लिए हम अपने सैनिको के द्वारा किये गये बलिदान व त्याग को याद करते हैं, जिन्होंने विषम परिस्थतियों में कश्मीर के उच्च हिमालयी चोटियों से घुसपैठियों को खदेड भगाया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के जवानों ने अपने अदम्य साहस एवं बलिदान का परिचय देकर देश की रक्षा की। हमारे सैनिकों द्वारा प्रत्येक समय निस्वार्थ भाव से देश की सुरक्षा का कार्य किया जाता है। यही बलिदान, निष्काम कर्म भाव सर्वोच्च देश भक्ति का प्रतीक है। उनका त्याग एवं बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा कि हम अपने देश-प्रदेश एवं समाज के लिये कुछ करें और भरोसा दिलाया कि हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं और उनका बलिदान भावी पीढ़ी के लिए प्ररेणा का कार्य करेगा।

उन्होंने कहा कि जनपद के तीन रणबांकुरों ने कारगिल युद्ध में अपनी जान पर खेलते हुए देश की रक्षा की और जनपद का नाम रोशन किया, हमें उन शहीदों के परिवारों पर नाज है जिन्होंने देश को ऐसे सपूत दिये। इससे पूर्व मुख्य विकास अधिकारी, कमान अधिकारी कर्नल अजय ठाकुर ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जिले के तीन सैनिकों के चित्रों पर पुष्प चक्र एवं श्रद्धासुमन अर्पित किये। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सहायक जिला सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास अधिकारी रवीन्द्र सिंह रावत ने कहा कि 26 जुलाई 1999 के दिन कारगिल युद्ध की विजय पर शहीदों के सम्मान में शौर्य दिवस मनाया जाता हैं। कहा कि हमारे वीर सैनिकों के विषम भौगोलिक परिस्थितियों में कश्मीर की वर्फीली पहाड़ों की चोटियों में अपने प्राण को न्यौछावर कर याद दिलाया है कि भारत की सीमायें बिलकुल सुरक्षित हैं, और इसके लिये भले ही उन्हें अपने प्राणों की आहुति क्यों न देनी पडे, पर उनका बलिदान व्यर्थ न जाय।

उन्होंने कहा कि 26 जुलाई 1999 के दिन भारतीय वीर सैनिकों ने कारगिल तथा द्रास सैक्टर की बहुत अधिक ऊॅचाई वाली पहाडियों को पाकिस्तानी घुसपैठियों से मुक्त कराया था। इस युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की तीन यूनिटों 10वीं, 17वीं एवं 18वीं गढ़वाल ने भाग लिया था। जोकि हम सभी के लिये बडे गर्व की बात है। इस युद्ध को सेना की भाषा में आपरेशन विजय के नाम से जाना जाता है। उन्होंने बताया कि इस युद्ध में 524 वीर सैनिकों ने अपना जीवन मातृ भूमि की रक्षा के लिए बलिदान किया तथा 1363 सैनिक घायल हुए। अपना जीवन बलिदान देने वालों में 75 वीर सैनिक उत्तराखण्ड के थे, जिनमें से तीन शहीद सैनिक जनपद रुद्रप्रयाग के भी थे।

कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी ने जिले के कारगिल शहीद भगवान सिंह की पत्नी सुन्दरी देवी ग्राम क्यूंजा, शहीद नायक गोविन्द सिंह की पत्नी उमा देवी, देवर गुप्तकाशी तथा नायक सुनील दत्त के भाई दीर्घायु काण्डपाल बैजी काण्डई को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में 24 जुलाई को आयोजित निबन्ध एवं चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को भी मुख्य विकास अधिकारी ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

वहीं कार्यक्रम के बाद आर्मी कैम्पस में शहीदों की याद में फलदार वृक्षों का भी रोपण किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश नौटियाल, कमान अधिकारी कर्नल अजय ठाकुर, पुलिस अधीक्षक पीएनमीणा, उप जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सरोज नैथानी, भूतपूर्व सैनिकों सहित जीआईसी एवं जीजीआईसी के छात्र-छात्राएं, शिक्षक एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वहीं प्रातः 10 बजे मुख्य विकास अधिकारी डीआर जोशी ने कलक्ट्रेट में ध्वाजारोहकरण कर अधिकारी, कर्मचारियों को शौर्य दिवस अवसर पर सम्बोधित किया।

devbhoomimedia

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