NATIONAL
खत्म होनी चाहिए नेहरू परिवार की नागरिकता : साध्वी प्राची

कांग्रेस पर सीएए को लेकर बोला हमला
बेटियां बैग में लिपस्टिक के साथ चाकू भी रखें
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध करने वालों पर भी निशाना साधते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि जो लोग खुद को हिंदुस्तानी नहीं मानते उन्हें देश छोड़ देना चाहिए। साध्वी प्राची ने सीएए को लेकर देशभर में हो रहे विवाद को लेकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन एक्ट से देशवासियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसलिए वो इस एक्ट से बिल्कुल भी न डरें।
देहरादून हिंदू जागरण मंच ने महानगर वीरांगना वाहिनी की ओर से बालावाला में महिला संवर्धन सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें शिरकत करने पहुंची साध्वी प्राची महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्हें घर और घर से बाहर दोहरे दायित्व निभाने होते हैं। उन्होंने अविभावकों से कहा वे बेटियों को ब्यूटी पार्लर भेजें या न भेजें, लेकिन बेटियों को आत्मरक्षा के गुर जरूर सिखाएं। साध्वी प्राची ने बेटियों को सलाह दी कि वे अपने पर्स में लिपिस्टिक- बिंदी के साथ एक छोटा चाकू भी जरूर रखें ताकि कोई दरिंदा आंख उठाने का साहस न करे।
उन्होंने कहा कि देश का बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ था। आज नेहरू की वजह से यह समस्याएं हो रही हैं। वो तो अफगानी मुल्क के थे। उनका परिवार ही है जो बाहर से आया है। उनके खानदान की नागरिकता खत्म होनी चाहिए। इस मामले पर सदन में भी बहस होनी चाहिए। ऐसा हो जाए तो देश में अगले ही दिन शांति हो जाएगी। उन्होंने कहा CAA का विरोध कर रहे लोग कह रहे कि हमसे देश में रहने के लिए प्रमाण मांगा जाएगा। अगर वे देश को अपना घर मानते हैं तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन जो लोग यहां के नहीं है उन्हें इससे डरने की जरूरत है। जो घुसपैठिए हैं उन्हें खुद ही यहां से चले जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेरा मीडिया से अनुरोध है कि देश का माहौल न बिगडने दें। जो लोग ऐसा कर रहे हैं उनसे ये सवाल पूछा जाए कि जब वे यहां रह रहे हैं, तो यहां का ही माहौल क्यों बिगाड़ रहे हैं। हिंदुस्तान में चैन और अमन है, लेकिन कुछ जिहादी लोग यहां शांति नहीं रहने देना चाहते हैं।
साध्वी प्राची ने विरोध प्रदर्शन और आगजनी की घटनाओं पर कहा, हैदराबाद पुलिस मुठभेड़ में दुष्कर्म के आरोपितों के एनकाउंटर पर देश में हंगामा हो गया था, लेकिन आज जब पूरा देश जल रहा है तो चुप्पी क्यों साधी जा रही है।साथ ही उन्होंने कहा हैदराबाद गैंगरेप मामले दरिंदों ने एक बेटी के साथ जो किया उससे बच्चे-बच्चे में उबाल था। ऐसे कृत्य करने वालों पर ना कोई दलील, न कोई अपील मौके पर ही कार्रवाई होनी चाहिए। हैदराबाद में जब पुलिस ने कार्रवाई की तो कुछ संगठन खड़े हो गए। दुख हुआ कि दरिंदों को बचाने के लिए ऐसे संगठन खड़े हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि दुष्कर्मी के लिए वकील नहीं होना चाहिए। जांच नहीं होनी चाहिए। उसी समय त्वरित न्याय होना चाहिए।