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Tag: Poems

सम्पूर्ण सृष्टि ही किसी कवि की कविताएं हैं

सम्मुख फैला अगर ध्येय पथ,              …

Dev Bhoomi Media

आँखों में देखकर बात करने वालों के क्या सपने कुचले जाएँगे…….

मर्दानगी ........ हम तो मर्दानगी दिखाएँगे, आवाज़ उठाने वाले, अब कुचले जाएँगें । सपना उसने कैसे देखा, हम शीशे के साथ, सपनों पर भी मूसल चलायेंगे। मर्द हैं हम, मर्दानगी दिखायेंगे। औरत है, क्या औक़ात? आँख दिखाती,…

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