राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को मानध उपाधि से नवाजा गया
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने 45 मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक के साथ ही 419 को प्रदान की उपाधि
विश्व विद्यालय में क़्वालिटी रिसर्च को प्राथमिकता के साथ ही दिया जा रहा है बढ़ावा भी : कुलपति
जर्मनी डेनमार्क इजराइल नेपाल के अलावा विदेश के अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों के साथ MOU
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
श्रीनगर (गढ़वाल) : गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय श्रीनगर के सातवें दीक्षांत समारोह में जहां विश्व विद्यालय के छात्रों को डिग्रियां दी गयीं वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को मानध उपाधि से नवाजा गया। गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय के दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने 45 मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक के साथ ही 419 को उपाधि प्रदान की।
मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित कर दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ किया। यह समारोह का आयोजन विश्व विद्यालय के चौरास स्थित स्वामी मनमंथन प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। इस दौरान विश्वविद्यालय के 418 छात्र-छात्राओं को डिग्री भी प्रदान की गई।
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय की ओर से डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने छात्रों का आह्वान करते हुए कहा कि जीवन एक अविरल धारा है, जीवन के हर क्षण को सफल करना है। हर कदम पर सफलता मिलने के लिए कटिबद्ध होकर परिश्रम करना है। जीवन मे आने वाली चुनौतियां महत्तपूर्ण भी हैं। योद्धा के लिए मंजिल के साथ ही पड़ाव भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। अपने सम्बोधन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री डोभाल ने कहा कि एक योद्धा के जीवन में मंजिल कम और पड़ाव ज्यादा आते हैं। लेकिन उन्हें अपने मिशन पर तत्पर रहना चाहिए।
वहीं, कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि विश्व विद्यालय में क़्वालिटी रिसर्च को प्राथमिकता के साथ ही बढ़ावा भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आव्हान पर विश्व विद्यालय से सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंध कर दिया गया है। उन्होंने कहा जर्मनी डेनमार्क इजराइल नेपाल के अलावा विदेश के अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों के साथ शैक्षणिक शोध आदान प्रदानों के लिए विश्व विद्यालय द्वारा एमओयू किए जा रहे हैं ताकि यहाँ से दीक्षा लेकर जाने वाले छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जा सके।
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