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फिल्म सेंसर बोर्ड के प्रसून जोशी होंगे अगले अध्यक्ष, पहलाज निहलानी हुए बाहर

नयी दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार ने एक बार फिर उत्तराखंड पर भरोसा जताया है, मोदी सरकार ने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पद से पहलाज निहलानी को हटा दिया है। उनकी जगह लेखक और गीतकार प्रसून जोशी को अध्यक्ष बनाया गया है। ऐक्ट्रेस विद्या बालन को भी CBFC का सदस्य बनाया गया है। प्रसून जोशी एक अच्छे लेखक, कवि और प्रोमो राइटर के तौर पर जाने जाते हैं।

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के अध्यक्ष पहलाज निहलानी तमाम तरह के विवादों से घिरे हुए थे। पहले से ही इस बात के संकेत थे कि उन्हें अध्यक्ष पद की कुर्सी से हाथ धोना पड़ सकता है।

28 जुलाई को निहलानी ने तिरुअनंतपुरम में CBFC के सदस्यों की एक मीटिंग बुलाई थी। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के एक सूत्र ने बताया था कि निहलानी को संकेत मिल चुके हैं कि अब उनकी कुर्सी किसी और को मिल सकती है।

तब यह अनुमान लगाया जा रहा था कि निहलानी की जगह फिल्म निर्माता प्रकाश झा या टीवी प्रड्यूसर और ऐक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी ले सकते हैं लेकिन राइटर प्रसून जोशी को CBFC का अध्यक्ष बनाया गया है।

गौरतलब हो कि पहलाज निहलानी के सेंसर बोर्ड के चेयरमैन बनने के बाद से लगातार कई फिल्मों के निर्देशकों ने कई मौकों पर आपत्ति जताई थी। कई बार फिल्मों से जुड़ी हस्तियों ने निहलानी के कामकाज करने के तरीकों पर आपत्ति जताई थी।

माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सेंसर बोर्ड अध्यक्ष पहलाज निहलानी का प्रेम ही शायद इनके लिए ख़तरा बन गया है। दो साल पहले भी इनके हटाए जाने की खबरों ने जोर पकड़ा था लेकिन तब मामला ठंडा पड़ गया। उस समय भी मोदी प्रेम के चलते पहलाज निहलानी द्वारा तैयार किए गए एक वीडियो से सरकार को नाराज बताया जा रहा था। इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान किया गया था। उन्‍हें इस वीडियो में बतौर ‘ऐक्‍शन हीरो’ दिखाया गया।

सरकारी सूत्रों ने तब कहा था कि थिएटरों में इस म्यूज़िक वीडियो के रिलीज़ से हुई सेंसर बोर्ड की किरकिरी के बाद अब बोर्ड के अध्यक्ष की कुर्सी जा सकती है। निहलानी के इस म्यूज़िक वीडियो में प्रधानमंत्री का ज़िक्र है। सूत्रों ने तब बताया था कि इसे रिलीज़ करने से पहले केंद्र से अनुमति ज़रूरी थी जो नहीं ली गई थी । बोर्ड में आपसी टकराव और बढ़ती ज़ुबानी जंग भी केंद्र की नाराज़गी बढ़ा चुका है, अब खबर है कि 24 सदस्यों वाले बोर्ड को भी पूरी तरह  बदला जा सकता है।

devbhoomimedia

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