कोलकाता में गृह मंत्री अमित शाह ने किया एनएसजी रीजनल हब का उद्घाटन भारत के पास निडर नेतृत्व है,जो जवानों के रक्त की एक बूंद भी बर्बाद नहीं होने देगाः शाह
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कोलकाता में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के रीजनल हब परिसर का उद्घाटन किया। उन्होंने रीजनल हब परिसर के उद्घाटन समारोह और एनएसजी के लिए कोलकाता, मानेसर, चेन्नई और मुम्बई में 245 करोड़ रुपये मूल्य की कल्याणकारी परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता की। शाह ने इसे एनएसजी के बहादुर जवानों को उपयुक्त सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि आज जिन सुविधाओं और योजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है, वे इस बल की क्षमताओं को बढ़ावा देने और जवानों के मनोबल को ऊंचा उठाने का मार्ग प्रशस्त करेंगी।
कोलकाता में 162 करोड़ रुपये मूल्य के अत्याधुनिक रीजनल हब में 460 कर्मियों और उनके परिवारों के लिए रिहायशी और गैर-रिहायशी परिसर, कार्यालय स्थल होंगे। यहां बैफल फायरिंग रेंज, इनडोर शूटिंग रेंज, बाधाएं, तरणताल, खेल परिसर तथा कृत्रिम रॉक क्राफ्ट वाल आदि जैसी आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं होंगी। नया परिसर एनएसजी का मॉडल रीजनल हब बनेगा, जो एनएसजी कमांडो की सूझबूझ को और पैना बनाने में मददगार साबित होगा तथा उनके प्रथम रिस्पॉन्डर्स, राज्य के पुलिस बलों की क्षमता निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस हब के उत्तरदायित्व वाले क्षेत्रों में पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और समूचा पूर्वोत्तर क्षेत्र होगा। अब तक कोलकाता हवाई अड्डे से संचालित हो रहे कोलकाता हब के पास मुम्बई, चेन्नई और हैदराबाद के बाद चौथी स्थायी अवसंरचना होगी।
समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने बल को आश्वासन दिया कि केन्द्र सरकार से एनएसजी की सभी अपेक्षाएं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अगले पांच वर्षों में पूरी कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में भारत सरकार एनएसजी को दो कदम आगे रखना चाहती है और इस विजन को निकट भविष्य में प्राप्त कर लिया जाएगा।
शाह ने कहा कि अपनी शुरुआत से ही एनएसजी जवानों ने सभी आतंकी खतरों से देश को सुरक्षित करने के लिए सर्वोच्च बलिदान दिए हैं और लोगों में विश्वास भरने में सफल रहे हैं। एनएसजी कमांडो देश की सुरक्षा में अपने बहुमूल्य जीवन के प्रत्येक क्षण को समर्पित करने के लिए भारत के नागरिकों के लिए ‘सुरक्षा की भावना’ के पर्यायवाची बन गए हैं।
उन्होंने आतंकवाद का खात्मा करने के प्रधानमंत्री के विजन को बनाए रखने में एनएसजी की तैयारी की सराहना की। शाह ने कहा कि ‘ऐतिहासिक रूप से भारत कभी भी आक्रांता नहीं रहा है। हम वैश्विक शांति चाहते हैं, फिर भी हम किसी को भी भारत की शांति, एकता और अखंडता में विघ्न डालने की अनुमति नहीं देंगे।’ बालाकोट हवाई हमले के बाद विश्व ने इस बात की सराहना की कि भारत के पास एक निडर नेतृत्व है, जो अपने जवानों के रक्त की एक बूंद भी बर्बाद नहीं होने देगा।
एनएसजी के महानिदेशक अनूप कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होॆने गृह मंत्री को बताया कि एनएसजी ने अमेरिका एवं फ्रांस के साथ संयुक्त अभ्याेस किया है। बल ने 115 आतंकियों का मुकाबला किया है। एनएसजी को तीन अशोक चक्र, दो कीर्ति चक्र, चार शौर्य चक्र, 115 पुलिस मेडल प्रदान किए गए हैं। एनएसजी एक विश्व स्तरीय ‘शून्य त्रुटि’ बल है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !