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कोविंद ने बचपन की गरीबी को याद करने के साथ ही संविधान की रक्षा का दिया भरोसा

”राष्ट्रपति बनने की चाह नहीं थी, मेरी जीत निष्ठा के साथ कर्तव्यों का निर्वहन करने वालों के लिए संदेश है साथ ही उन्होंने कहा अपने समाज एवं देश के लिए अथक सेवाभाव आज मुझे यहां तक ले आया है। इस पद पर रहते हुए संविधान की रक्षा करने और उसकी मर्यादा को बनाए रखना मेरा कर्त्‍तव्‍य होगा” : रामनाथ कोविंद

नयी दिल्ली  : राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद रामनाथ कोविंद ने कहा है कि उनकी राष्ट्रपति बनने की कभी आंकक्षा नहीं थी, लेकिन निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन उन्हें इस ऊंचाई तक ले आया। राष्ट्रपति पद के लिए चुने गये रामनाथ कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर उनका निर्वाचन भारतीय लोकतंत्र की महानता का साक्ष्य है। उन्होंने कहा, ‘ मैं आज बहुत भावुक हूं और मैं उन सभी का प्रतिनिधित्व करूंगा जो जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’ रामनाथ कोविंद ने कहा कि वे उन सभी लोगों का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए पूरे देश से उनका समर्थन किया। रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। 66 प्रतिशत मतों के साथ जीतने वाले 71 साल के रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति बनेंगे। राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने जा रहे रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘ अपने समाज एवं देश के लिए अथक सेवाभाव आज मुझे यहां तक ले आया है। इस पद पर रहते हुए संविधान की रक्षा करने और उसकी मर्यादा को बनाए रखना मेरा कर्त्‍तव्‍य होगा।’ राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित होने के बाद रामनाथ कोविंद के घर जाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें शुभकामनाएं दी।

इसके बाद भावी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बीजेपी दफ़्तर पहुंचे। यहां पर ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बनने की उनकी कभी आंकक्षा नहीं थी लेकिन उनका सेवा भाव उन्हें यहां तक ले आया। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जब कोविंद जी राष्ट्रपति का पद ग्रहण करेंगे तो भारत के करोड़ों पिछड़े और गरीब नागरिक देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर अपने प्रतिनिधि को देंखेग। अमित शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति पद की गरिमा को और ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और इस पद को और सम्मान देंगे।वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी भावी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को शुभकामनाएं दी है और कहा है कि वे उनके लिए एक सफल पारी की कामना करते हैं। उन्होंने कहा कि वे कामना करते हैं कि रामनाथ कोविंद भारत को लोकतंत्र, स्थिरता और समृद्धि के पथ पर ले जाएं।

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रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति चुने जाने पर राज्यपाल और सीएम ने दी बधार्इ

देहरादून :  एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद देश के चौहदवें राष्ट्रपति चुने गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के बाद कोविंद को सभी राज्यों से बधार्इ संदेश मिल रहे हैं। उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ. केके पॉल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत ने भी रामनाथ कोविंद को भारत के चौहदवें राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

राज्यपाल डॉ. केके पॉल ने कहा कि कोविंद राज्यसभा सांसद, अनेक संसदीय समितियों के सदस्य और राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रह चुके हैं। उनका लम्बा सार्वजनिक जीवन रहा है। राज्यपाल केके पॉल ने कहा कि विधि और संविधान का उन्हें अच्छा ज्ञान है। उनके देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए निर्वाचित होने से पद की गरिमा में और ज्यादा वृद्धि होगी।

वहीं मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि रामनाथ कोविंद के मार्गदर्शन और नेतृत्व में भारत विश्व पटल पर नयी ऊंचाइयों को छुएगा। उन्होंने कहा कि रामनाथ कोविंद का विशाल राजनीतिक, प्रशासनिक अनुभव और सार्वजनिक जीवन का उच्च मापदंड सभी के लिए प्रेरणा स्रोत होंगा।

गौरतलब है कि गत वर्ष 11 और 12 अप्रैल को रामनाथ कोविंद राजभवन, देहरादून में ठहरे थे। इस दौरान राज्यपाल डा. केके पॉल की बिहार के तत्कालीन राज्यपाल कोविंद से अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई थी। राज्यपाल केके पॉल ने कोविंद को उत्तराखण्ड के विविध पक्षों की जानकारी दी थी, साथ ही उत्तराखण्ड पर आधारित कॉफिटेबिल बुक और स्मृति चिन्ह भी भेंट किए थे। राजभवन से प्रस्थान करते समय कोविंद ने आतिथ्य के लिए आभार व्यक्त करते हुए विजीटर बुक में एक्सीलेंट हॉस्पीटेलिटी टिप्पणी लिखी थी।

किस राज्‍य में रामनाथ कोविंद को मिले कितने वोट
सांसदों के कुल वोट का मूल्य 5,49,408 था जबकि विधायकों के कुल वोट का मूल्य 5,49,495 था।

नयी दिल्ली : देश के 14वें राष्ट्रपति के लिए 17 जुलाई को हुए मतदान की 11 राज्यों के वोटों की गणना में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने विपक्षी दलों की संयुक्त उम्मीदवार मीरा कुमार को तीन लाख से भी अधिक मतों से पराजित किया। राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचन अधिकारी लोकसभा के महासचिव अनूप मिश्रा ने कोविंद के जीतने की घोषणा की। मतदान में पड़े कुल 4,896 वोटरों के 10,98,903 मूल्य के वोटों में कोविंद को 7,02,044 मत मिले जबकि मीरा कुमार को 3,67,314 मत मिले। सांसदों के कुल वोट का मूल्य 5,49,408 था जबकि विधायकों के कुल वोट का मूल्य 5,49,495 था। सांसद के वोट मूल्य 708 था, जबकि विधायकों के वोट का मूल्य वहां की आबादी के अनुसार तय होती है।

राज्यवार मिले मतों का आंकड़ा इस प्रकार है:-

आंध प्रदेश में कोविंद को 171 वोट (मूल्य 27189) मिले, जबकि मीरा कुमार को यहां एक भी मत नहीं मिला। वहीं अरुणाचल में कोविंद को 56 वोट (मूल्य 448) मिले जबकि मीरा कुमार को तीन वोट (मूल्य 24) मिले।
असम में कोविंद को 91 वोट (मूल्य 10,556), वहीं कुमार को 35 वोट (मूल्य 4060) मिले।
बिहार में कोविंद को 130 वोट (मूल्य 22,490) वहीं कुमार को 109 वोट (मूल्य 18,857) मिले।

छत्तीसगढ़ में कोविंद को 52 वोट (6,708) मिले वहीं कुमार 35 वोट (4060) मिले।
गोवा से 25 (मूल्य 500) वोट प्राप्त हुए, जहां 38 (मूल्य 760) वोट पड़े थे। मीरा कुमार को 11 (मूल्य 220) वोट मिले और दो वोट अमान्य घोषित हुए।
गुजरात में पड़े 180 (मूल्य 26,607) वोटों में से कोविंद को 132 (मूल्य 19,404), जबकि मीरा कुमार को 49 (मूल्य 7,203) मिले।
हरियाणा में कुल 90 (मूल्य 10,080) वोट पड़े, जिनमें से कोविंद को 73 (मूल्य 8,176) और मीरा कुमार को 16 (1,792) वोट मिले। एक वोट अमान्य ।
हिमाचल में कुल पड़े 67 (मूल्य 3,417) वोटों में से कोविंद को 30 (मूल्य 1,530) और मीरा कुमार को 37 (मूल्य 1,887) वोट प्राप्त हुए।
जम्मू एवं कश्मीर में कोविंद को कुल पड़े 86 (मूल्य 6,192) वोटों में से 56 (मूल्य 4,032), जबकि मीरा कुमार को 30 (मूल्य 2,160) वोट प्राप्त हुए।
झारखंड में कुल 81 (मूल्य 14,256) वोट पड़े, जिनमें से कोविंद को 51 (8,976), जबकि मीरा कुमा को 26 वोट (मूल्य 4,576) वोट प्राप्त हुए। चार वोट अमान्य ।

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