मादा तेंदुआ बच्चों संग पहुंची स्कूल, जब कक्षाओं में पढ़ रहे थे बच्चे
तेंदुए के शावकों के साथ आ धमकने से शिक्षक और शिक्षिकाएं डरीं
पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़ जिले के थल क्षेत्र के राजकीय आदर्श विद्यालय पतेत में शुक्रवार को बच्चे कक्षाओं में पढ़ रहे थे तभी एक मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ आ स्कूल में आ गई। इससे सभी डर गए। घटना राजकीय आदर्श विद्यालय पतेत की है जहाँ एक मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ स्कूल तक आ पहुंची । तेंदुए स्कूल की तरफ आते देख बच्चे और शिक्षक, शिक्षिकाएं एक कमरे में दुबक गए और तेंदुए के जाने का इंतज़ार करने लगे। काफी देर तक स्कूल में घूमने के बाद तेंदुआ अपने बच्चों के साथ वापस जंगल में चला गया तब कहीं जाकर सभी की साँस में साँस लौटी।
थल कस्बे से मात्र तीन किमी की दूरी पर स्थित पतेत राजकीय आदर्श विद्यालय में पढ़ाई समाप्त हो चुकी थी और अवकाश की तैयारी हो ही रही थी कि इसी बीच अचानक जंगलों से घिरे विद्यालय परिसर में पश्चिम की तरफ के जंगल से एक तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ आ गयी । तेंदुए को शावकों के साथ आते देख विद्यालय में मौजूद 65 बच्चों सहित तीन शिक्षिकाएं और एक शिक्षक एक कमरे में घुस गए।
बच्चों सहित शिक्षिकाएं और एक शिक्षक कमरा अंदर से बंद कर दिया और लोहे की सरिया लगी खिड़की से बाहर देखते रहे। इस दौरान तेंदुए शावकों के साथ जहां पर कक्षाएं लगी थीं वहां पर भी पहुंचा। तेंदुआ जमीन पर लेट गया और उसके दो शावक आपस में अठखेली करते रहे। दरवाजे से बाहर तेंदुए और उसके दो शावकों को देख कमरे में बंद बच्चों सहित शिक्षकों में दहशत व्याप्त हो गया। लगभग सात मिनट तक शावकों ने आपस में अठखेली की। इसके बाद तेंदुआ उठकर विद्यालय के पूर्वी छोर की तरफ से अपने शावकों के साथ जंगल की ओर चला गया।
तेंदुए के विद्यालय प्रांगण से निकलने के लगभग दस मिनट बाद शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बाहर निकल कर चारों तरफ देखा। तेंदुए के नजर नहीं आने के बाद बच्चों को कमरे से बाहर निकाला। इस दौरान छोटे बच्चे भयभीत हो गए थे। प्रधानाध्यापिका शशिकला सत्याल ने बताया कि बाद में शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ बच्चों को घर तक छोड़ा गया। विद्यालय में तेंदुए के शावकों के साथ आ धमकने से शिक्षक और शिक्षिकाएं डरी हुई हैं। अभिभावकों ने प्रशासन से बच्चों की सुरक्षा की मांग की है।