ALMORA

ए.एन.एम. प्रशिक्षण केन्द्र पातालदेवी अल्मोड़ा की प्रधानाचार्य पायी गई दोषी

जांच के बाद हुई अनुशासनात्मक कार्यवाही

अल्मोड़ा । जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि ए.एन.एम. प्रशिक्षण केन्द्र पातालदेवी अल्मोड़ा की समस्याओं के सम्बन्ध में उनके निर्देशानुसार उपजिलाधिकारी सदर के अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई थी। जॉच समिति ने अपनी रिर्पोट उपलब्ध कराते हुये शिकायत को सही ठहराया है।

उन्होंने बताया कि उपजिलाधिकारी ने अपनी रिर्पोट में स्पष्ट किया है कि समस्त छात्राओं एवं संस्थान में कार्यरत टयूटरों, कर्मचारियों के बयान एवं अभिलेखों के अवलोकन के पश्चात जॉच समिति इस निष्कर्ष पर पहुॅची है कि ए.एन.एम. प्रशिक्षण केन्द्र पातालदेवी अल्मोड़ा में सहायक नर्स और प्रसाविका हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम से सम्बन्धित भारत के असाधारण गजट 2007 में की गई व्यवस्था के अनुसार उक्त संस्थान में ए.एन.एम. स्कूल प्रबन्धन समिति का गठन पूर्व से ही नहीं किया गया है। वहां पर तैनात प्रधानाचार्या माहेश्वरी आर्या के द्वारा संस्थान के संचालन के सम्बन्धित समस्त अधिकार एवं कर्तव्य अपने तक ही केन्द्रित किये गये है।

उपजिलाधिकारी ने यह भी उल्लेख किया है कि आन्तरिक परीक्षाओं को प्रश्न पत्र स्वयं बनाया गया एवं स्वयं जॉच की तथा अंक दिये गये। अंक पत्रों एवं उत्तर पुस्तिकाओं को कार्यालय अभिलेखों में बिना अंकित किये निदेशालय को प्रेषित किया जाना विधि विरूद्ध है। आन्तरिक परीक्षाओं से सम्बन्धित अभिलेख कार्यालय स्तर पर संरक्षित न होना अनियमितता की तरफ इंशारा करता है। कार्यालयाध्यक्ष होने के कारण प्रधानाचार्या द्वारा उपरोक्त प्रकार की अनियमितता को रोकना व पर्यवेक्षण किया जाना था जो नही किया गया।

जिलाधिकारी सविन बंसल ने यह भी बताया कि माहेश्वरी आर्या को उक्त संस्थान के प्रधानाचार्या के पद से अवमुक्त कर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध किये जाने के उपरान्त एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों के उपरान्त भी निरीक्षण तिथि गत 21 मार्च तक उनके द्वारा संस्थान के विभिन्न कक्षों के चाबियॉ अपने पास ही रखा जाना था सम्बन्धितों को मय फर्द हस्तगत नहीं किया जाना उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना तथा कर्मचारी आचरण नियमावली के सम्यक नियमों का उल्लंघन है।

उन्होंने बताया कि जॉच समिति ने जॉच के दौरान यह भी पाया कि छात्राओं के द्वारा प्रधानाचार्य पर लगाये गये आरोपों को पुरजोर रूप से पुष्ट करने का प्रयास किया गया तथा छात्राओं के द्वारा लगाये गये आरोपों के सम्बन्ध में अन्य शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों से पृच्छा/प्रतिपृच्छ करने पर या तो कुछ नहीं कहा या आंशिक स्वीकार किया गया। किसी के भी द्वारा लगाये गये आरोपों का खण्डन नहीं किया गया। प्रधानाचार्या के द्वारा संस्थान को मानकों के अनुरूप चलाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। उच्चाधिकारियों के द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन भी नहीं किया गया। छात्राओं की समस्याओं एवं उनके प्रशिक्षण प्रयोगत्माक क्रियाकलापों पर निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप कार्यसम्पादन हेतु कोई प्रयास ही नहीं किया गया जिससे छात्राओं के प्रशिक्षण पर प्रतिकूल प्रभाव होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त 03 प्रशिक्षुओं को आन्तरिक मूल्यांकन के सभी चारों विषयों में 13-13 अंक प्रदान करना एवं आन्तरिक मूल्याकंन के अभिलेख उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण मूल्याकंन की सभी प्रक्रिया पारदर्शी नही कही जा सकती।

जिलाधिकारी ने बताया कि संयुक्त जॉच आख्या के अनुसार उच्चाधिकारियों के द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन न किये जाने एवं छात्राओं की समस्याआें का निराकरण न किये जाने पर प्रधानाचार्या ए.एन.एम. प्रशिक्षण केन्द्र पातालदेवी को उत्तराचंल सरकारी सेवक नियमावली के सुसंगत प्राविधानों के अन्तर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किये जाने एवं विभागीय कार्यवाही की संस्तुति महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण देहरादून को की गई है एवं अपेक्षा की गई है कि तत्काल श्रीमती आर्या के विरूद्ध आरोप पत्र निर्गत करे तथा जॉच पूर्ण होने तक माहेश्वरी आर्या को कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी अल्मोड़ा में सम्बद्ध किया जाता है और उन्हें निर्देश दिये गये है कि मुख्य चिकित्साधिकारी अल्मोडा प्रधानाचार्या के समस्त कार्यां का कार्यभार जॉच पूर्ण होने तक तत्काल कार्यवाहक प्रधानाचार्य को हस्तगत करवायें एवं माहेश्वरी आर्या द्वारा पढाये जाने वाले विषयों को पढाये जाने हेतु अन्य टयूटर की व्यवस्था कर लिये जाने एवं उक्त केन्द्र में सहायक नर्स एवं प्रसाविका हेतु निर्धारित पाठ्यक्रम से सम्बन्धित भारत सरकार के साधारण गजट दिनांक 02 जनवरी 2007 में की गई व्यवस्था के अनुसार उक्त संस्थान में ए.एन.एम. स्कूल प्रबन्धन समिति का गठन कर लिये जाने सम्बन्धी प्रमाण पत्र तत्काल प्रस्तुत करेंगे।

उन्होंने यह भी बताया कि इसके अतिरिक्त यह भी संस्तुति की गई है कि महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखण्ड देहरादून एवं निदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा कुमॉऊ मण्डल नैनीताल सचिव उत्तराखण्ड राज्य चिकित्सा संकाय देहरादून के माध्यम से छात्राओं के आन्तरिक परीक्षाओं में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्याकंन की विस्तृत जॉच हेतु कार्रवाही सुनिश्चित करायेंगे।

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